आँधा ने नुतो,दो ने जिमावो !
शब्दार्थ :- अंधे व्यति को खाने पर
आमंत्रित करना पड़े तो,उसके साथ एक और व्यक्ति को भी बुलाना पड़ेगा,ताकि वो
उस अंधे व्यक्ति को लेकर आ सके।
भावार्थ :- अधूरे ज्ञान/अधूरे संसाधनो से मज़बूरी वश कोई काम लेना पड़े तो,अनआवश्यक रूप से दुगना खर्च या दुगनी मेहनत लग जाती है।