Friday, April 29, 2011

घर रा तो घट्टी पीसे ,पावणों ने पूरी भावे !

घर रा तो घट्टी पीसे  ,पावणोंने पूरी भावे !

शब्दार्थ :- घरवाले तो घट्टी (चक्की ) चला कर आटा तैयार करे और मेहमानों को पूरी-पकवान खाने की इच्छा करे। 
भावार्थ :- सामने वाले की मज़बूरी को न समज़ते हुए,अपने स्वार्थ को पूरा करवाने पर अड़ जाना .

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