धणो हेत टूटण ने,मोठी आँख फूटण ने !
शब्दार्थ :- ज्यादा प्रेम का अंत लड़ाई से होता है और ज्यादा बड़ी आँख आखिरकार फुट कर ही रहती है।
भावार्थ :- अति हर चीज़ की बुरी होती है,फिर चाहे किसी के प्रति अत्यधिक प्रेम ही क्यों न हो।
शब्दार्थ :- ज्यादा प्रेम का अंत लड़ाई से होता है और ज्यादा बड़ी आँख आखिरकार फुट कर ही रहती है।
भावार्थ :- अति हर चीज़ की बुरी होती है,फिर चाहे किसी के प्रति अत्यधिक प्रेम ही क्यों न हो।
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