Wednesday, November 5, 2014

आया था हर भजन कर'णे,ओटण लाग्या कपास !

आया था हर भजन कर'णे,ओटण लाग्या कपास !
शब्दार्थ :- भगवान का भजन करने को आये थे,परन्तु कपास ओटने लगे।

भावार्थ :- जो सद्कार्य करना आरम्भ किया था उसे तो भूल गए लेकिन उसे छोड़कर कुछ दूसरा काम ही करने लगे।।

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