Saturday, November 29, 2014

काकड़ी रा चोर ने मुक्की री मार !

काकड़ी रा चोर ने मुक्की री मार ! 

शब्दार्थ :- ककड़ी की चोरी करने वाले को,केवल मुक्के के मार की ही सज़ा।

भावार्थ :- छोटे या साधारण अपराध का साधारण दंड ही दिया जाता है।

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