हांती थोडी,हुलाण घणी।
शब्दार्थ :- हांती (विवाह का भोजन अपने निकट सम्बन्धियों के घर-घर पहुँचाने की मारवाड़ी परंपरा ) कम भेजना परन्तु उसका ढिंढोरा ज्यादा ज्यादा पीटना।
भावार्थ:- काम कम करना,परन्तु उसका दिखावा या प्रचार अधिक करना।
शब्दार्थ :- हांती (विवाह का भोजन अपने निकट सम्बन्धियों के घर-घर पहुँचाने की मारवाड़ी परंपरा ) कम भेजना परन्तु उसका ढिंढोरा ज्यादा ज्यादा पीटना।
भावार्थ:- काम कम करना,परन्तु उसका दिखावा या प्रचार अधिक करना।
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