Saturday, August 16, 2014

थोथा चणा,बाजै घणा !

थोथा चणा,बाजै घणा !

शब्दार्थ :- ऐसा चना जो कि खोखला होता है वो ज्यादा आवाज़ करता है।

भावार्थ :- अवगुणी अधिक बढ़–चढ़कर बातेँ करते हैँ।

No comments:

Post a Comment