टकै की हांडी फूटी, गंडक की जात पिछाणी ।
शब्दार्थ :- काम मूल्य का मिटटी का बर्तन फूट गया क्योकि वो अच्छी तरह से नहीं बनाया गया था,समय पर अपने मालिक की सहायता न करने से कुत्ते की गुणवत्ता मालूम चल गयी।
भावार्थ :- थोड़े से नुकसान से ही निम्नस्तर या अवगुणी की पहचान हो गयी ।
शब्दार्थ :- काम मूल्य का मिटटी का बर्तन फूट गया क्योकि वो अच्छी तरह से नहीं बनाया गया था,समय पर अपने मालिक की सहायता न करने से कुत्ते की गुणवत्ता मालूम चल गयी।
भावार्थ :- थोड़े से नुकसान से ही निम्नस्तर या अवगुणी की पहचान हो गयी ।
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