घी सुधारे खीचड़ो ,अ'र बड़ी बहु को नाम !
शब्दार्थ :- घी की अच्छी मात्रा से खीच स्वदिष्ट बन गया ,परन्तु बनाने वाली बड़ी बहु की वाह-वाही हो गयी।
भावार्थ :- साधन की प्रचुरता से कार्य सफल हुआ,परन्तु कार्य करने वाले को सफलता का श्रेय मिल गया।
शब्दार्थ :- घी की अच्छी मात्रा से खीच स्वदिष्ट बन गया ,परन्तु बनाने वाली बड़ी बहु की वाह-वाही हो गयी।
भावार्थ :- साधन की प्रचुरता से कार्य सफल हुआ,परन्तु कार्य करने वाले को सफलता का श्रेय मिल गया।
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