पञ्चां को कैणो सिर माथै , पण पनाळो अठै ई पडसी.......
शब्दार्थ - पंचों का निर्णय सिर आँखों पर,लेकिन मेरे घर का पनाला (बरसात के पानी की नाली ) तो यहीं गिरेगा....
भावार्थ:-अनुभवी और प्रतिष्ठित व्यक्ति का फैसला नीतिगत रूप से उचित होते हुए भी,अपनी जिद्द पर अड़े रहना .....
शब्दार्थ - पंचों का निर्णय सिर आँखों पर,लेकिन मेरे घर का पनाला (बरसात के पानी की नाली ) तो यहीं गिरेगा....
भावार्थ:-अनुभवी और प्रतिष्ठित व्यक्ति का फैसला नीतिगत रूप से उचित होते हुए भी,अपनी जिद्द पर अड़े रहना .....
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