Thursday, August 28, 2014

अभागियो टाबर त्यूंहार ने'ई रूसै !

अभागियो टाबर त्यूंहार ने'ई रूसै !

शब्दार्थ :– भाग्यहीन बालक त्यौंहार के दिन भी नाराज़ हो जाता है,जबकि उस दिन ख़ुशी का माहौल होता है और व्यंजन,पकवान बनते हैं.

भावार्थ :- सुअवसर उपलब्ध होते हुए भी,उस अवसर का अपनी गलती के चलते लाभ न उठा पाना।

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