Monday, October 27, 2014

पईसारी हांडी पण बजा‘र लेवै़ !

पईसारी हांडी पण बजा‘र लेवै़ !

शब्दार्थ :-पैसे की हांड़ी ( एक पैसे की / काम मूल्य की ) भी बजाकर लेते हैं

भावार्थ :- चाहे थोड़े मोल का ही मालखरीदना हो पर उसको खूब देखभाल कर लेना ही लेना चाहिए / लेते हैं । छोटे काम को भी खूब विचारपूर्वक करना चाहिए / करते हैं ।

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