Friday, October 3, 2014

पाणी पीणो छाणियो, करणो मनरो जाणियो !

पाणी पीणो छाणियो, करणो मनरो जाणियो !

शब्दार्थ :- पानी हमेशा छान कर पीना चाहिए और कोई भी काम हो मन मुताबिक  तब ही करना चाहिये।

भावार्थ :- किसी भी काम अच्छी तरह से जान समझ कर और अपने मन मुताबिक हो तब ही करना चाहिए,सूानो सबकी करो मन की।

2 comments:

  1. महेश्वरी जी ,
    प्रणाम स्वीकार करो जी ।
    घणों घणों घणों सेवा रो कार्य करियो और करो जी थे ;राजस्थानी भाषा रे बिकास में सहयोग दे र ।

    नमन है जी थांरै प्रयासां ने ।

    ReplyDelete
  2. मने आपरो एक एक मुहावरों घणो बढ़िया लागो। सब आज रा राजनीतिक माहौल में फिट बैठे है।

    ReplyDelete