सत मत छोड़ो हे नराँ,सत छोड़्याँ पत जाय |
सत की बाँधी लिच्छमी फेर मिलेगी आय ||
सत की बाँधी लिच्छमी फेर मिलेगी आय ||
शब्दार्थ
:-सत्य का साथ मत छोडो ,सत्य का साथ छोड़ देने से सम्मान चला जाता है। अगर
किसी कारण वश लक्ष्मी / वैभव कम हो गया हो तब भी सत्य की राह चलने से पुनः
प्राप्त हो जाएगी।
भावार्थ :- सत्यमेव जयते ! सत्य की अंततः विजय निश्चित है।
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