Saturday, September 13, 2014

आप मरयां जग परलै !

आप मरयां जग परलै !

शब्दार्थ:- स्वयं मरने के बाद,जैसे जगत में प्रलय हो जाता है।

भावार्थ :- मनुष्य मर गया तो उसके लिए संसार मर गया, बाद में संसार रहे चाहे न रहे,इस बात से उसे क्या अंतर पड़ता है ?

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