Saturday, September 13, 2014

खाट पड़े ले लीजिये , पीछै देवै न खील आं तीन्यां का एक गुण , बेस्यां बैद उकील। ……

खाट पड़े ले लीजिये , पीछै देवै न खील
आं तीन्यां का एक गुण , बेस्यां बैद उकील। ……

अर्थ - वैश्या अपने ग्राहक से और वैद्य अपने रोगी से खाट पर पड़े हुए ही जो लेले सो ठीक है, पीछे मिलने की उम्मीद न करे। …इसी प्रकार वकील अपने मुवक्किल से जितना पहले हथिया ले वही उसका hai....

No comments:

Post a Comment