राबड़ी रांड ई कैवे , के म्हनै दांतां सें खावो।
शब्दार्थ:-राबड़ी को दांतों से चबाने की आवश्यकता नहीं पड़ती , लेकिन वह भी कहती है की मुझे दांतों से चबा कर खाओ।
भावार्थ :-कोई कमतर महत्त्व का आदमी विशेष सम्मान प्राप्त करना चाहता है।
शब्दार्थ:-राबड़ी को दांतों से चबाने की आवश्यकता नहीं पड़ती , लेकिन वह भी कहती है की मुझे दांतों से चबा कर खाओ।
भावार्थ :-कोई कमतर महत्त्व का आदमी विशेष सम्मान प्राप्त करना चाहता है।
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