Friday, September 26, 2014

म्है भी राणी, तू भी राणी, कुण घालै चूल्हे में छाणी ?

म्है भी राणी, तू भी राणी, कुण घालै चूल्हे में छाणी?

शब्दार्थ :- मैं भी रानी हूँ और तू भी रानी है तो फिर चूल्हे को जलाने के लिए उसमें कंडा/उपला कौन डाले ?
भावार्थ :- अहम या घमण्ड के कारण कोई भी व्यक्ति अल्प महत्व का कार्य नहीं करना चाहता है।

1 comment:

  1. म ऱाणी तु राणी कुण भरे पणडे रो पाणि

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