मिन्नी रो तो रोळ व्हे ,अर उंदरा रो घर भांगे।
शब्दार्थ:- बिल्ली के खेल-खेल में चूहे का बिल टूट जाता है।
भावार्थ :- समर्थ और सक्षम व्यक्ति का ऐसा व्यहवहार जिसमें उसको तो आनंद मिले परन्तु निर्बल व्यक्ति का बहुत अधिक नुक्सान हो जाये।
शब्दार्थ:- बिल्ली के खेल-खेल में चूहे का बिल टूट जाता है।
भावार्थ :- समर्थ और सक्षम व्यक्ति का ऐसा व्यहवहार जिसमें उसको तो आनंद मिले परन्तु निर्बल व्यक्ति का बहुत अधिक नुक्सान हो जाये।
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