Saturday, September 13, 2014

जाट र जाट, तेरै सिर पर खाट। मियां र मियां , तेरै सिर पर कोल्हू। 'क तुक जँची कोनी। 'क तुक भलांई ना जंचो , बोझ तो मरसी।

जाट र जाट, तेरै सिर पर खाट।
मियां र मियां , तेरै सिर पर कोल्हू।
'क तुक जँची कोनी।
'क तुक भलांई ना जंचो , बोझ तो मरसी। 


अर्थ - एक मियाँ  ने जाट से मजाक में कहा की जाट, तेरे सिर पर खाट। स्वभावतः जाट ने मियाँ से कहा की,मियाँ! तेरे सिर पर कोल्हू।मियाँ ने पुनः जाट से कहा की तुम्हारी तुकबंदी जँची नहीं तो जाट बोला की तुकबंदी भले ही न जँचे , लेकिन तुम्हारे सिर पर बोझ तो रहेगा ही।

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